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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course B Set 1 with Solutions
समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80
निर्देश
- इस प्रश्न-पत्र में कुल 16 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- इस प्रश्न-पत्र में धार खंड हैं- क’, ‘ख’, ‘ग’ और ‘घ’।
- खंड ‘क’ में अपठित गद्यांश से प्रश्न पूछे गए हैं, जिनके उत्तर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए दीजिए।
- खंड ‘ख’ में व्यावहारिक व्याकरण से प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक पर आधारित हैं, निर्देशानुसार उत्तर दीजिए।
- खंड ‘घ’ रचनात्मक लेखन पर आधारित हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- यथासंभव सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः लिखिए।
खंड (क) : अपठित बोध
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए (7)
पिता हमेशा रुक्ष नहीं होता, सदैव कठोर व्यवहार से घर को संचालित नहीं करता, क्योकि वह भीतर से सौम्य प्रकृति का होता है। पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, उसे महसूस किया जा सकता है। बाहर से कठोर दिखाई देने वाला पिता भीतरी स्तर पर अत्यंत भावुक होता है।
जिस घर में पिता बच्चों के साथ बातचीत करता है, हँसता-बोलता है, उनके सभी क्रियाकलापों में सहयोग करता है, उसी घर में बच्चों का मानसिक व शारीरिक विकास उचित रूप से हो पाता है। अच्छी और सुसंस्कृत संतान हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है। बच्चों के पालन-पोषण में दोनों समान भूमिका निभाते हैं। आज का युग इस दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, जहाँ माता-पिता दोनों कामकाजी हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी में घर के साथ दक्तर भी संभालना होता है।
ऐसे में केवल माँ के भरोसे घर और बच्चों को छोड़ना सही नहीं है। दोनों के सहयोग से ही घर को संभाल पाना संभव होता है। पिता का दायित्व आज दप्तर की सीमा से निकलकर घर तक आ गया है। बच्चों को सुबह उठाकर स्कूल भेजने से लेकर होमवर्क करवाने तक सभी कार्यों में उसकी समान भागीदारी आज अपेक्षित है। आज नई पीड़ी के युवा घर में इन जिम्मेदारियों को बखुबी निभाते देखे जा सकते हैं। वर्तमान समय में पढ़े-लिखे कामकाजी-एकल परिवार में व्यक्ति का जीवन दबाव में ही दिखता है, चाहे वह पढ़ाई का हो, करियर का हो अथवा कार्यक्षेत्र में हो। परिवार का खुशनुमा और परस्पर सौहार्दपूर्ण वातावरण उस दबाव से बाहर निकलने में सहायक बनता है।
(i) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पड़िए। दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए और उत्तर लिखिए (1)
कथन पिता सदैव कठोर व्यवहार से घर को संचालित नहीं करता।
कारण बच्चों की गतिविधियों में पिता की सौम्यतापूर्ण भागीदारी और सहयोग रहता है।
कूट
(a) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(b) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(c) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(d) कथन और कारण दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
उत्तर:
(c) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(ii) अच्छी और सुसंस्कृत संतान के लिए अपेक्षित है (1)
(a) बच्चों के पालन-पोषण में केवल माता की सहभागिता
(b) बच्चों के पालन-पोपण में केवल पिता की सहभागिता
(c) बच्चों के पालन-पोषण में माता-पिता दोनों की सहभागिता
(d) बच्चों के पालन-पोषण मे समाज की सहभागिता
उत्तर:
(c) बच्चों के पालन-पोषण में माता-पिता दोनों की सहभागिता
(iii) आज की युवा पीढ़ी में कौन-सा सकारात्मक परिवर्तन आया है? (1)
(a) युवा माता-पिता दोनों का कामकाजी होना
(b) बच्चों की परवरिश में माता को पिता का पूर्ण सहयोग मिलना
(c) एकल परिवारों का चलन दिन-प्रतिदिन बढ़ना
(d) एकल परिवारों में बच्चों का जल्दी परिपक्व होना
उत्तर:
(b) बच्चों की परवरिश में माता को पिता का पूर्ण सहयोग मिलना
(iv) माता-पिता पर अपनी संतान को लेकर कौन-कौन से दबाव हैं? इन दबावों से आप अपने माता-पिता को मुक्ति कैसे दिलवा सकते हैं? (2)
उत्तर:
माता-पिता पर अपनी संतान को लेकर पढ़ाई, करियर, भविष्य की सुरक्षा और अच्छे संस्कार देने का दबाव रहता है। उन्हें इस दबाव से मुक्त करने के लिए हमें पढ़ाई और करियर को गंभीरता से लेना चाहिए, अच्छे संस्कार अपनाने चाहिए और आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करना चाहिए, जिससे वे निश्चित रह सकें।
(v) पिता की कौन-सी दो विरोधी बातें परिवार को सही दिशा में ले जाती हैं? (2)
उत्तर:
पिता की दो विरोधी बातें बाहरी कठोरता और आंतरिक सौम्यता हैं, जो परिवार को सही दिशा में ले जाती हैं। पिता अनुशासन बनाए रखते हैं, लेकिन साथ ही बच्चों की जरूरतों और भावनाओं को भी समझते हैं। उनकी यह संतुलित भूमिका बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में सहायक होती है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए (7)
हर्बल-ऑर्गिनिक (जैविक) आहार ऐसे आहार होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से शुद्ध और ताज्ञा होते हैं और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। परंपरागत व्यंजन, पेय पदार्थ, फल-सब्जियाँ और मसाले ऋतु के अनुसार हमारे भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे है। परंपरागत और स्वदेशी भोजन एवं पेय पदार्थ पाश्चात्य फास्टफूड एवं रसायन युक्त कोल्ड ड्रिंक्स के शानदार विकल्प हैं। सरकार, व्यापारियों और दुकानदारों को नया कुछ भी नहीं करना है। बस उन्हें पहले से स्थापित भोजनालयों, दुकानों एवं शैक्षणिक संस्थाओं, कंपनी कार्यालयों की कैंटीनों, मॉल्स तक इनको पहुँचाना है। परंपरागत खाद्य पदार्थों के साथ ऑर्गोनिक खाद्य एवं पेय पदार्थों की विक्री के लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए। ऑर्गिनिक फलों और सब्जियों के ताजा जूस, सूप, शेक, दूध, छाछ, लस्सी, शरवत, ठंडाई, हरंल चाय, जो गेहुँ, मक्का या बाजरे की राबड़ी, नींबू की शिकंजी के साथ अंगिनिक फल भी उपभोक्ताओं को उपलक्ध करवाए जा सकते हैं।
साधारण द्वाबों से लंकर पाँच सितारा होटलों तक शरबल, नारियल पानी, जुवारे का जूस, तरबूज का जूस, सत्तू और छाछ जंसे पेय पदार्थों को उपलब्ध करवाकर इनको उपभोंक्ताओं में लोकप्रिय बनाया जा सकता है। पृथक् से हर्बल फूड सेटर बनाकर वहाँ ऑर्गिनिक हरी सब्जियों, दालों एवं मिलेट्स से निर्मित भोजन भी उपलब्ध करवाया जा सकता है। अंकुरित दालें, अनाज, दही, मक्खन, मक्का की घाट को भी लोकप्रिय बनाया जा सकता है। भारतीय स्वदेशी परंपरागत पेय पदार्थ, व्यंजन एवं मिष्ठान, बाजार से लोकप्रिय होने से स्वदेशीकरण, समृद्ध किसान और आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा। इस तरह के सेंटरों की मदद से रोजगार के अवसर तो बढ़ेंगे ही रासायनिक खेती से खराब होते खेतों और मानव स्वास्थ्य को भी बचाया जा सकता है।
(i) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए और उत्तर लिखिए। (1)
कथन स्वदेशी, परंपरागत और जैविक खाद्य एवं पेय पदार्थों की लोकप्रियता से देश की आर्थिक स्थिति सुदृद होगी।
कारण स्वदेशीकरण किसानों की समृद्धि और देश की आत्मनिर्भरता का आधार है।
कूट
(a) कथन और कारण दोनों गलत हैं।
(b) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(c) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(d) कथन गलत है, कितु कारण सही है।
उत्तर:
(c) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(ii) फास्टफूड एवं रसायन युक्त पेय पदार्थों से बचने के लिए (1)
(a) स्वदेशी भोजन एवं परंपरागत पेय का उपयोग करारा जवाब है
(b) हर्बल-अर्गिनिक सामान सहजता से उपलब्ध करवाना होगा
(c) हर्बल-ऑर्गिनिक पेय एवं खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं
(d) पाँच सितारा होटलों में अभिनिक टैंग लगा भोजन खाना बेहतर है
उत्तर:
(a) स्वदेशी भोजन एवं परंपरागत पेय का उपयोग करारा जवाब है
(iii) परंपरागत भोजन को लोकप्रिय कैसे बनाया जा सकता है? (1)
1. उपलब्धता बढ़ाकर
2. प्रचार-प्रसार द्वारा
3. बिक्री की विशेष व्यवस्था करके
4. घर-घर मुफ्त अर्गिनिक सामान बाँटकर
कूट
(a) 2 और 3
(b) 3 और 4
(c) 1 और 4
(d) 1 और 3
उत्तर:
(d) 1 और 3
(iv) आत्मनिर्भर भारत का सपना कैसे पूरा होगा? (2)
उत्तर:
आत्मनिर्भर भारत का सपना स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देकर, किसानों को समृद्धि सुनिश्चित करके और जैविक खाद्य पदार्थों की लोकप्रियता को बढ़ाकर पूरा हो सकता है। जब पारंपरिक और हर्बल खाद्य पदार्थों की माँग बदेगी, तो कृषि क्षेत्र को लाभ मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
(v) हर्बल फूड सेंटर कहाँ-कहाँ लाभदायक होंगे?(2)
उत्तर:
हर्बल फूड सेंटर मॉल, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालय, कैंटीनों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, पाँच सितारा होटलों और सामान्य ढाबों पर लाभदायक होंगे। इससे न केवल लोगों को स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिलेगा, बल्कि जैविक खेती को भी बड़ावा मिलेगा, जिससे किसानों की आय में बृद्धि होगी और रोजगार के नए अवसर स्तृजित होंगे।
खंड (ख) : व्यावहारिक व्याकरण
प्रश्न 3.
‘पदबंध’ पर आधारित निम्नलिखित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए (4×1=4)
(i) मैं रंग-बिरंगे कागजों की तितलियाँ उड़ाता। (पदबंध छाँटकर उसका भेद भी लिखिए)
उत्तर:
संज्ञा पदबंध – रंग-बिरंगे कागजों की तितलियाँ।
(ii) मैं कह न पाता कि जरा बाहर खेल रहा था। (क्रिया पदबंध छाँटकर लिखिए)
उत्तर:
क्रिया पदबंध-कह न पाता कि ज़रा बाहर खेल रहा था।
(iii) दादा की गाड़ी कमाई के रुपये क्यों बर्बाद करते हो? (संज्ञा पद बंध छाँटिए)
उत्तर:
संज्ञा पदबंध – दादा की गाढ़ी कमाई के रुपये।
(iv) मैदान की सुखद हरियाली खींच ले जाती। (विशेषण पदबंध छाँटिए)
उत्तर:
विशेषण पदबंध – सुखद हरियाली।
(v) मैं सुबह्ह से शाम तक पतंग उड़ाता रहत्ता। (क्रिया-विशेषण पदबंध छाँटिए)
उत्तर:
क्रिया-विशेषण पदबंध – सुबह से शाम तक।
प्रश्न 4.
‘रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण’ पर आधारित निम्नलिखित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए (4×1=4 )
(i) मैं यह लताड़ सुनता और आँसू बहाने लगता। (सरल वाक्य में बदलिए)
उत्तर:
मैं लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगता।
(ii) मेरे भाई साहब उपदेश की कला में निपुण थे। (मिश्र वाक्य में रूपांतरित कीजिए)
उत्तर:
मेरे भाई साहब थे, जो उपदेश की कला में निपुण थे।
(iii) अपराध करने पर भी लताड़ कौन सहे? (रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद लिखिए)
उत्तर:
संयुक्त वाक्य
(iv) ऐसी-ऐसी लगती बातें कहते कि मेरे जिगर के टुकड़े-टुकड़े हो जाते। (रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद लिखिए)
उत्तर:
मिश्र वाक्य
(v) कार्तिक मास के आते ही हवा में टंडक शुरू हो गई। (संयुक्त वाक्य में परिवर्तित कीजिए)
उत्तर:
कार्तिक मास आया और हवा में ठंडक शुरू हो गई।
प्रश्न 5.
‘समास’ पर आधारित निम्नलिखित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लिखिए (4 x1=4)
(i) ‘गुल्ली-डंडा’ सामासिक पद का विग्रह करके भेद भी लिखिए।
उत्तर:
‘गुल्ली-डंडा’ सामासिक पद का विग्रह – गुल्ली और डंडा (गुल्ली तथा डंडे का समूह) इसमें द्वंद्व समास है।
(ii) ‘आत्मविश्वास’ पद समास के किस भेद का उदाहरण है?
उत्तर:
‘आत्मविश्वास’ पद तत्पुरुष समास का उदाहरण है। इसका विग्रह आत्मा का विश्वास है।
(iii) ‘प्रत्येक’ पद समास के किस भेद का उदाहरण है और क्यों?
उत्तर:
‘प्रत्येक’ पद समास के अव्ययीभाव समास का उदाहरण है, क्योंकि इसमें ‘प्रति’ अव्यय शब्द है, जिसका अर्थ है-हर एक।
(iv) ‘तीन भुजाओं का समाहार’ विग्रह का समस्त पद बनाकर भेद लिखिए।
उत्तर:’
तीन भुजाओं का समाहार’ का समस्त पद त्रिभुज है। इसमें द्विगु समास है।
(v) बहुव्रीहि समास का एक उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
बहुव्रीहि समास का उदाहरण-चतुरानन (चार आनन हैं जिसके अर्थात् ब्रह्मा)
प्रश्न 6.
‘मुहावरों’ पर आधारित निम्नलिखित पाँच प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (4×1=4)
(i) रिक्त स्थान की पूर्ति उचित मुहावरे द्वारा कीजिए। परीक्षा में प्रथम आने के लिए रात-दिन पड़ती है।
उत्तर:
एक करनी
(ii) भाई साहब के सूक्ति-बाणों से मेरी तो …………..|
उत्तर:
हिम्मत टूट जाती थी।
(iii) “आज मैं बीमार हो जाऊँ, तो तुम्हारे हाथ-पाँव फूल जाएँगे।” इस वाक्य से मुहावरा छाँटकर उसका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
हाथ-पाँव फूल जाना।
वाक्य प्रयोग परीक्षा के दौरान प्रश्न-पत्र देखकर मेरे हाथ-पाँव फूल गए।
(iv) ‘चोरी-चोरी आना’ अर्थ के लिए मुहावरा लिखिए।
उत्तर:
दबे पाँव आना।
(v) ‘धूल में मिला देना’ मुहावरे का वाक्य में इस प्रकार प्रयोग करें कि अर्थ स्पष्ट हो जाए।
उत्तर:
वाक्य प्रयोग भ्रष्टाचार ने देश की प्रतिष्ठा को धूल में मिला दिया।
खंड (ग) : पाठ्यपुस्तक पर आधारित
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उचित विकल्प चुनकर लिखिए (5×1=5)
ग्वालियर से बंबई की दूरी ने संसार को काफ़ी कुछ बदल दिया है। वस्रोवा में जहाँ आज मेरा घर है, पहले यहाँ दूर तक जंगल था। पेड़ थे, परिदे थे और दूसरे जानवर थे। अब यहाँ समंदर के किनारे लंबी-चौड़ी बस्ती बन गई है। इस बस्ती ने न जाने कितने परिदों-चरिदों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़कर चले गए हैं। जो नहीं जा सके है, उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा डाल लिया है। इनमें से दो कबूतरों ने मेरे फ्लैट के एक मचान में घोसला बना लिया है। बच्चे अभी छोटे हैं। उनके खिलाने-पिलाने की जिम्मेदारी अभी बड़े कबूतरों की है।
वे दिन में कई-कई बार आते-जाते हैं और क्यों न आएँ-जाएँ आखिर उनका भी घर है, लेकिन उनके आने-जाने से हमें परेशानी भी होती है। वे कभी किसी चीज को गिराकर तोड़ देते हैं। कभी मेरी लाइब्रेरी में छुसकर कबीर या मिर्जा गालिब को सताने लगते हैं। इस रोज़-रोज्र की परेशानी से तंग आकर मेरी पत्नी ने उस जगह, जहाँ उनका आशियाना था, एक जाली लगा दी है, उनके बच्चों को दूसरी जगह कर दिया है। उनके आने की खिड़की को भी बंद किया जाने लगा है। खिड़की के बाहर अब दोनों कवूतर रात-भर खामोश और उदास बैठे रहते हैं।
(i) लेखक पहले कहाँ रहता था और अब कहाँ रहने लगा है?
(a) बंबई (मुंबई) – ग्वालियर
(b) वर्सोवा – ग्वालियर
(c) बंबई – वसोंवा
(d) ग्वालियर – बंबई
उत्तर:
(d) ग्वालियर-बंबई
(ii) लेखक जब वर्सोवा रहने आया, तो वहाँ स्थिति कैसी थी?
(a) प्राकृतिक वातावरण समृद्ध था
(b) आधुनिक सुविधाओं से भरपूर वातावरण था
(c) हवा-पानी की पर्याप्त सुविधा थी
(d) अड्डोस-पड़ोस बहुत अच्छा था
उत्तर:
(a) प्राकृतिक वातावरण समृद्ध था।
(iii) कबूतरों की उदासी का कारण था
(a) वे अपने बच्चों को खाना नहीं दे पाते थे
(b) घर में अंदर जाने के रास्ते बंद हो गए थे
(c) बच्चे जाली के पीछे रह गए थे
(d) बच्चे जाली से बाहर आना चाह रहे थे
उत्तर:
(b) घर में अंदर जाने के रास्ते बंद हो गए थे
(iv) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए कथन लेखक की पत्नी ने कबूतरों के घोंसले का स्थान बदल दिया।
कारण वे घर के अंदर घुसकर टेबल-पुस्तकें आदि गंदी कर देते थे।
कूट
(a) कथन सही है, किंतु कारण गलत है।
(b) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(c) कथन गलत है, किंतु कारण सही है।
(d) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
उत्तर:
(d) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(v) गद्यांश के आधार पर बढ़ते शहरीकरण का क्या दुष्परिणाम निकला?
(a) पर्यावरण दूषित हो गया
(b) जीवन फ्लैटों में सिमट गया
(c) जीव-अंतु घर से बेघर हो गए
(d) समुद्र किनारे घनी आयादी बस गई
उत्तर:
(c) जीव-जंतु घर से बेघर हो गए
प्रश्न 8.
गद्य खंड पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए (3×2=6)
(i) ‘बुनियाद ही पुखता न हो, तो मकान कैसे पायेदार बने?’ बड़े भाई साहब’ कहानी के इस कथन के माध्यम से क्या सीख मिलती है?
उत्तर:
बड़े भाई साहब का विचार था कि यदि मकान की नींव कमज़ोर हो तो उस पर मंज़िलें खड़ी नहीं हो सकती हैं। यानी अगर पड़ाई का शुरुआती आधार ठोस नहीं हो, तो मनुष्य आगे चलकर कुछ नहीं कर पाता। पढ़ाई के साथ-साथ उसके लिए अनुभव भी बहुत जरूरी है।
(ii) धर्मतल्ले पर क्या घटना घटित हुई? ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
धर्मतल्ले के मोड़ पर आकर जुलूस टूट गया और लगभग 50-60 स्त्रियाँ वहीं मोड़ पर बैठ गईं। पुलिस ने उनको पकड़कर लाल बाज़ार भेज दिया। विमल प्रतिभा के नेतुत्व में कुछ स्त्रियाँ आगे बढ़ीं, लेकिन उन्हें बहू बाज़ार के मोड़ पर रोक दिया गया। वहाँ बड़ी भीड़ एकत्र हो गई, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लगभग पौन घंटे बाद पुलिस की लॉरी आई और उन्हें पकड़कर ले गई। इस दौरान बृजलाल गोयनका और मदालसा सहित कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया।
(iii) ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर रूढ़ियों के विषय में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
‘ततारा-वामीरो कथा’ में लेखक ने रूढ़ियों के कारण हुई त्रासदी को उजागर किया है। यह कथा दर्शाती है कि समाज में व्याप्त रूढ़ियाँ समाज की जड़ बनती हैं तथा प्रेम और स्वतंत्रता के मार्ग में बाधा बनती हैं। तताँरा-वामीरो के बलिदान के बाद निकोबारी समाज में बदलाव आया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि परिवर्तन आवश्यक है और कठोर परंपराओं को समय के साथ बदला जाना चाहिए, जो परंपराएँ मनुष्य के जीवन को कठिन बना दें, उन्हें समाप्त करना ही उचित है। प्रेम को किसी बंधन में बाँधना अनुचित है, क्योंकि इससे समाज में भेदभाव बड़ता है और मानवता को नुकसान पहुँचता है। अत: हमें रूढ़ियों को त्यागकर उदारता और समानता को अपनाना चाहिए।
(iv) ‘झेन की देन’ प्रसंग से लेखक किस तथ्य को उजागर करना चाहता है?
उत्तर:
‘झेन की देन’ प्रसंग में लेखक उजागर करना चाहता है कि आधुनिक जीवन, की तेज़ रफ़्तार और प्रतिस्पद्धां के कारण मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है। जापान में अधिकतर लोग इसी कारण मानसिक रोगों से ग्रसित हैं। झेन परंपरा के माध्यम से शांति, ध्यान और वर्तमान में जीने की कला सीखी जा सकती है। लेखक ने ‘टी-सेरेमनी’ के अनुभव से यह महसूस किया कि हमें भूत और भविष्य की चिता छोड़कर वर्तमान में जीना चाहिए, क्योंकि यही वास्तविकता है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों को चुनिए (5×1=5)
कर चले हम फ़िदा जानो-तन साथियों
अब तुम्हारे हुवाले वतन साधियों
साँस थमती गई, नख्ज जमती गई
फिर भी बढ़ते क्रदम को न रूकने दिया
कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते-मरते रहा बाँकपन साधियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों….
(i) ‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया’ पंक्ति में हिमालय किसका प्रतीक है?
(a) भारत माता के मुकुट का
(b) उत्तर में स्थित पर्वत शृंखला का
(c) देश की आन-बान और शान का
(d) देश के प्राकृतिक सौंदर्य का
उत्तर:
(c) देश की आन-बान और शान का
(ii) ‘साँस थमती गई, नब्ज जमती गई’ पंक्ति के संदर्भ में सैनिकों की इस स्थिति का कारण है
(a) मार्ग की थकावट और निद्रा
(b) ऊँची-ऊँची पर्वत चोटियाँ
(c) युद्ध में घायल होना
(d) विपरीत प्राकृतिक परिस्थितियाँ
उत्तर:
(c) युद्ध में घायल होना
(iii) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए कथन सामने के खतरों के समक्ष साँसें रुकती थीं फिर भी दुश्मन से मुकाबला करने के लिए कदम बढ़ते ही जाते थे। कारण देश की स्वतंत्रता-सुरक्षा सैनिक के लिए सर्वोपरि थी।
कूट
(a) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(b) कथन और कारण दोनों गलत है।
(c) कथन सही है, किंतु कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, किंतु कारण सही है।
उत्तर:
(a) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(iv) शहीद होने वाले सैनिक को किस बात का गर्व है?
(a) देश को सुरक्षित हाथों में सौंपने का
(b) आखिरी सॉस तक देश की रक्षा करने का
(c) देश की सीमा पर बलिदान देने का
(d) शत्रु को देश में न आने देने का
उत्तर:
(b) आखिरी साँस तक देश की रक्षा करने का
(v) ‘कर चले हम फिदा जानो-तन साथियों’ पंक्ति के संदर्भ में ‘फिदा’ शब्द का अर्थ है
(a) भेंट देना
(b) मोहित होना
(c) लुटाना
(d) बलिदान करना
उत्तर:
(d) बलिदान करना
प्रश्न 10.
काव्य खंड पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए (3×2=6)
(i) ‘कबीर’ की साखियों में कौन-कौन से जीवन-मूल्य उभरते हैं?
उत्तर:
महान् संत कवि कबीर की साखियों से हमे नैतिकता एवं ज्ञान की शिक्षा मिलती है। उनकी साखियों में अहंकार से दूर रहने, मीठे वचन बोलने, सच्चे मन से ईश्वर को याद करने, सामाजिक रूड़ियों को दूर करने आदि संबंधी शिक्षा मिलती हैं। प्रस्तुत साखियाँ मनुष्य को नीति संबंधी शिक्षा भी प्रदान करती हैं। बाहरी ठोंग से दूर रहने, आपसी बैर भाव एवं धार्मिक मतांतरों को भूलने तथा जीवन के वास्तविक लक्ष्य को प्राप्त करने संबंधी प्रेरणा देने के अतिरिक्त ये साखियाँ आत्म-सुधार की प्रेरणा भी देती हैं। पुस्तकीय ज्ञान की अपेक्षा व्यावहारिक ज्ञान उपयोगी है।
(ii) बादलों से पर्वत के छिप जाने पर कवि की कल्पना, ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कवि ने बादलों के कारण पर्वत के छिप जाने पर यह कल्पना की है कि अचानक बादल ऐसे उठे, मानो पूरा पहाइ एक विशाल पक्षी के समान बादलों के पंख फड़-फड़ाकर आकाश में उड़ चला हो। इसका परिणाम यह हुआ कि आकाश में चारों ओर बादल ही बादल छा गए और कुछ भी दिखाई देना बंद हो गया।
(iii) ‘मनुष्यता’ कविता में कवि लोगों से किस प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा करता है? किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
कवि ‘मनुष्यता’ कविता में लोगों से निम्न प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा करता है
- परोपकार एवं बलिदान कवि का मानना है कि सच्चा मनुष्य बही है, जो अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर दूसरों की भलाई के लिए कार्य करे; जैसे-दर्धीचि, कर्ण और रंतिदेव ने परोपकार के लिए बलिदान दिया।
- बंधुत्व एवं सहानुभूति कवि चाहता है कि लोग एक-दूसरे को भाईचारे और सहानुभूति की दृष्टि से देखें, न कि स्वार्थी बनकर केवल अपने सुख-दु:ख की चिंता करें। यही सच्ची मनुष्यता है।
(iv) ‘दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद’
‘तोप’ कविता से उद्धृत इन पंक्तियों का प्रतीकार्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
इन पंक्तियों का प्रतीकार्थ यह है कि कोई भी शक्ति, चाहे वह कितनी भी बड़ी या विनाशकारी क्यों न हो, स्थायी नहीं होती। समय के साथ उसका प्रभाव समाप्त हो जाता हैं; जैसे- 1857 की तोप अब मात्र एक ऐतिहासिक वस्तु बनकर रह गई है, जिस पर बच्चे खेलते हैं और चिड़ियाँ बेखौफ आकर बैठती हैं। इसका प्रतीकार्थ यह है कि हिंसा और दमन की ताकतें अधिक समय तक टिक नहीं सकतीं। किसी भी समस्या का समाधान केवल हथियारों या युद्ध से संभव नहीं है, बल्कि समय के साथ अहिंसा, न्याय और शांति की ही जीत होती है।
प्रश्न 11.
‘संचयन’ पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 40-50 शब्दों में लिखिए (2×3=6)
(i) ‘हरिहर काका’ कहानी में ठाकुरबारी के महंत ने हरिहर काका को अपने जाल में फँसाने के लिए क्या प्रयास किया? आजकल बुजुर्गों के साथ साइबर अपराथ होते हैं, आप उनसे बचने के लिए उन्हें क्या सुझाव देंगे?
उत्तर:
‘हरिहर काका’ कहानी में ठाकुरबारी के महंत ने हरिहर काका को अपने जाल में फँसाने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने हरिहर काका की भावनाओं को भड़काया, उन्हें परिवार की स्वार्थी प्रवृत्ति का डर दिखाया और धार्मिकता का लालच देकर उन्हें अपने खेत ठाकुरजी के नाम लिखने के लिए प्रेरित किया। महंत ने उन्हें यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि परिवार का कोई सदस्य उनका सच्चा हितैषी नहीं है और ईश्वर के लिए जमीन दान करने से उन्हें मोक्ष और कीर्ति मिलेगी।
उन्होंने हरिहर काका को ठाकुरबारी बुलाकर विशेष सुविधाएँ दीं और उनके मन में धार्मिक आस्था स्थापित करने की आड़ में अपना स्वार्थ साधने का प्रयास किया। बुजुर्गों को साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है। अनजान कॉल, ई-मेल और मैसेज पर विश्वास न करें और बैंकिंग विवरण या ओटीपी साझा न करें। संदिग्ध लिंक और वेबसाइटों से बचें, मजबूत पासवर्ड बनाकर समय-समय पर उन्हें बदलें। सोशल मीडिया व ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में गोपनीयता बनाए रखें। संदेह होने पर तुरंत परिवार या साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करें। जागरूकता ही सुरक्षा है।
(ii) ‘रिश्तों की बुनियाद प्रेम है।’ ‘टोपी शुक्ला’ पाठ से उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
‘टोपी शुक्ला’ पाठ यह दर्शाता है कि प्रेम ही रिश्तों की वास्तविक बुनियाद है। टोपी को अपने परिवार में स्नेह नहीं मिलता, लेकिन अपने मित्र इफ़्फ़न, उसकी दादी और घर की नौकरानी सीता से उसे अपनापन महसूस होता है। यह प्रेम जाति, धर्म, उम्र और सामाजिक पद से परे था। इफ़्फ़न की दादी और टोपी के बीच गहरा आत्मीय संबंध था, जिससे वह अपने अकेलेपन को भूल जाता था। इस प्रेममयी रिश्ते के कारण टोपी ने इफ़्फन से कहा कि काश तेरी दादी की जगह मेरी दादी मर गई होती। इससे स्पष्ट होता है कि प्रेम ही सच्चे रिश्तों को जोड़ता है।
(iii) “खेलकूद बच्चों को अनुशासित, सक्रिय और मिलनसार बनाता है।” इस कथन पर अपने विचार ‘सपनों के-से दिन’ पाठ से उदाहरण देते हुए लिखिए।
उत्तर:
खेलकूद बच्चों को अनुशासित, सक्रिय और मिलनसार बनाता है, क्योंकि यह उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाता है। ‘सपनों के-से दिन’ पाठ में लेखक और उनके मित्रों को खेल अध्यापक स्काउटिंग का अभ्यास कराते थे। वे हाथों में नीली-पीली झंडियाँ पकड़कर निर्देशों का पालन करते थे। जब वे बिना गलती किए अभ्यास पूरा करते, तो अध्यापक ‘शाबाश’ कहते, जिससे उन्हें ऐसा लगता मानो उन्होंने किसी फौज के सभी तमगे जीत लिए हों। तालाब में तैराकी, रेत के टीलों पर फिसलना और अन्य खेलों के माध्यम से वे मिल-जुलकर रहना और सहयोग करना भी सीखते थे। इससे स्पष्ट होता है कि खेलकूद से बच्चे आत्मनिर्भर, अनुशासित और मिलनसार बनते हैं।
खंड (घ) : रचनात्मक लेखन
प्रश्न 12.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए (5)
(i) कंप्यूटर युग
संकेत बिंदु – कंप्यूटर का बढ़ता उपयोग
- कंप्यूटर के विविध क्षेत्र
- कंप्यूटर क्रांति
उत्तर:
कंप्यूटर युग
आज का युग कंप्यूटर युग के नाम से जाना जाता है। आधुनिक तकनीक के इस दौर में कंप्यूटर का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। शिक्षा, चिकित्सा, संचार, व्यापार, मनोरंजन और शोध जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कंप्यूटर एक अनिवार्य उपकरण बन गया है। इसकी तेज़ गति, सटीकता और बहुउद्देशीय क्षमता ने कार्य को आसान और प्रभावी बना दिया है। कंप्यूटर क्रांति ने दुनिया को एक डिजिटल रूप में परिवर्तित कर दिया है। अब बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, डिजिटल भुगतान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसे क्षेत्रों में इसका व्यापक उपयोग हो रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन कक्षाओं और डिजिटल लाइव्रेरी ने छात्रों के लिए सीखने की प्रक्रिया को सुगम बना दिया है। हालाँकि कंप्यूटर के अत्यधिक उपयोग से कई समस्याएँ भी उत्पन्न हुई हैं; जैसे-साइबर अपराध, गोपनीयता का हनन और लोगों में शारीरिक निष्क्रियता। इसलिए इसके सही और संतुलित उपयोग की आवश्यकता है। कुल मिलाकर कंप्यूटर आधुनिक जीवन का अभिन्न अंग वन चुका है और आने वाले समय में इसकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी।
(ii) जीवन का सच्चा सुख संतोष में…
संकेत बिंदु – संतोष का महत्त्व
- इच्छा नियंत्रण
- सुखी जीवन का आधार
उत्तर:
जीवन का सच्चा सुख संतोष में
संतोष ही मनुष्य के जीवन का सच्चा सुख है। जिस व्यक्ति को संतोष प्राप्त होता है, वही वास्तविक रूप से सुखी कहलाता है। संतोष का अर्थ है- इच्छाओं पर नियंत्रण रखना और उपलब्ध संसाधनों में खुशी अनुभव करना। असंतोषी व्यक्ति चाहे कितना भी धन और ऐश्वर्य अर्जित कर ले, वह कभी भी सुखी नहीं रह सकता। इच्छाएँ अनंत होती हैं और यदि मनुष्य इन्हें नियंत्रित न करे, तो वह जीवनभर परेशान रहता है। जो व्यक्ति अपने पास उपलक्ध संसाधनों में संतुष्ट रहता है, बही मानसिक रूप से शांति प्राप्त करता है। संतोष हमें ईर्ष्या, लोभ और तनाव से बचाता है और हमारे जीवन को आनंदमय बनाता है। संतोष जीवन का आधार है, क्योंकि इससे व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है। असंतोष से मन में अशांति और निराशा उत्पन्न होती है, जबकि संतोष से आत्मविश्वास और सकारात्मकता बढ़ती है। अत: हमें अपने जीवन में संतोष का महत्व समझना चाहिए और वास्तविक सुख प्राप्त करने के लिए अपनी इच्छाओं को सीमित रखना चाहिए।
(iii) किसी खेल का आँखों देखा वर्णन
संकेत बिंदु – खेल का चरमोत्कर्ष
- लोगों में उत्साह
- अंतिम चरण में पासा पलटा
उत्तर:
किसी खेल का आँखों देखा वर्णन
हाल ही में मैंने एक रोमांचक क्रिकेट मैच देखा, जो हमारे स्कूल और दूसरी टीम के बीच खेला गया था। खेल का मैदान दर्शकों से भरा हुआ था और सभी के चेहरे पर उत्साह साफ दिख्ब रहा था। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, बैसे-बैसे रोमांच भी बढ़ता गया। मैच के अंतिम ओवरों में माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया। हमारी टीम को जीतने के लिए 10 रन चाहिए थे और केवल एक विकेट बचा था। गेंदबाज तेज रफ्तार से गेंद फेंक रहा था और बल्लेबाज जीतने की पूरी कोशिश कर रहे थे। पूरे स्टेडियम में हर कोई साँसें थामे खड़ा था। तभी बल्लेबाज ने एक शानदार छक्का लगाया, जिससे टीम की उम्मीदें बढ़ गई। अब अंतिम गेंद पर 2 रन बनाने थे। गेंदबाज ने जोरदार गेद फेंकी, लेकिन बल्लेबाज ने चतुराई से खेलते हुए गेंद को सीमा रेखा के पार भेज दिया। पूरे मैदान में खुशी की लहर दौड़ गई। यह मैच बेहद रोमांचक था और अंतिम क्षणों में पासा पलट जाने से इसकी यादें हमेशा मेरे दिल में रहेंगी।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए (5)
(i) आप दसर्वीं कक्षा के नीहार/निहारिका हैं। विद्यालय में फुटबॉल प्रशिक्षक (कोच) की व्यवस्था करने के लिए विद्यालय की प्रधानाचार्या को पत्र लिखिए।
अथवा
(ii) आप निकिता/निकेत हैं। पैरा ओलंपिक में प्रथम स्वर्ण पदक पाने वाले पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर के बारे में प्रकाशित ‘फीचर’ की कॉपी मँगाने हेतु दैनिक हिंदी समाचार-पत्र के प्रबंधक को पत्र लिखिए।
उत्तर:
(i) परीक्षा भवन,
दिल्ली।
दिनांक 5 सितंबर, 20 XX
सेवा में,
प्रधानाचार्या महोदया,
नीरजा मोदी पब्लिक स्कूल,
इण्डिया गेट, दिल्ली।
विषय विद्यालय में फुटबॉल प्रशिक्षक की व्यवस्था हेतु अनुरोध
महोदया,
सविनय निवेदन है कि हमारे विद्यालय में खेल-कूद की सुविधाएँ उत्तम हैं, कितु फुटबॉल का समुचित प्रशिक्षण न मिलने के कारण छात्र अपनी प्रतिभा का पूर्ण विकास नहीं कर पा रहे हैं। यदि विद्यालय में एक योग्य फुटबॉल प्रशिक्षक की व्यवस्था की जाए, तो हमारी टीम को सही मार्गदर्शन मिलेगा और हम प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
अत: आपसे अनुरोध है कि विद्यालय में एक कुशल
फुटबॉल प्रशिक्षक नियुक्त करने की कृपा करें।
धन्यवाद।
आपका/आपकी आजाकारी शिष्य/शिष्या
नीह्रार/निहारिका
कक्षा-10वी ‘ब’
अथवा
(ii) निवासी बी-43,
आकाश विहार,
दिल्ली।
दिनांक 1 जनवरी, 20XX
सेवा में,
संपादक महोदय,
दैनिक भास्कर,
दिल्ली।
विषय पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर पर प्रकाशित ‘फीचर’ की प्रति भेजने हेतु अनुरोध। महोदया, सविनय निवेदन है कि हाल ही में आपके समाचार-पत्र में पैरा ओलंपिक में प्रथम स्वर्ण पदक विजेता पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर जी पर एक विशेष फीचर प्रकाशित किया गया था। यह लेख अत्यंत प्रेरणादायक है और इसे पढ़ने की मेरी अत्यधिक इच्छा है।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि कृपया उक्त फीचर की एक प्रति मुझे उपलब्ध कराने की कृपा करें। इसके लिए यदि कोई शुल्क देय हो, तो कृपया सूचित करें।
सधन्यवाद।
भवदीय/मवदीया
निकिता/निकेत
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए (4)
(i) आप अपने विद्यालय की विद्यार्थी परिषद् के सचिव विभू / विभा हैं। आपके विद्यालय में साझी कार्यक्रम के अंतर्गत अंतरविद्यालीय ‘संगीत प्रस्तुति’ का आयोजन किया जा रहा है। सभी स्कूलों को जानकारी देने के लिए सूचना तैयार कीजिए।
उत्तर:
नीरजा मोदी विद्यालय, नई दिल्ली दिनांक 1 मार्च, 20XX अंतरविद्यालीय ‘संगीत प्रस्तुति’ का आयोजन सभी विद्यालयो को सूचित किया जाता है कि हमारे विद्यालय में साझी कार्यक्रम के अंतर्गत अंतरविद्यालीय ‘संगीत प्रस्तुति’ का आयोजन 10 मार्च, 20 XX को प्रात: 10:00 बजे विद्यालय के मुख्य सभागार में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों की संगीत प्रतिभा को एक मंच प्रदान करना है। |
अथवा
(ii) आप अ.ब.स. सोसायटी के सचिव विभू/विभा हैं। आपकी मोहल्ला समिति, वृक्षारोपण का आयोजन कर रही है, जिसमें सभी मोहल्लावासियों की भागीदारी अपेक्षित है। अतः इसके लिए सूचना तैयार कीजिए।
उत्तर:
ब्रह्मपुरी मोहल्ला समिति, वाटिका दिनांक 2 फरवरी. 20 XX वृक्षारोपण अभियान का आयोजन सभी मोहल्लावासियों को सूचित किया जाता है कि हमारे मोहल्ला समिति द्वारा वृक्षारोपण अभियान का आयोजन 15 फरवरी, 20 XX को प्रात: $8: 00$ बजे मोहल्ले के सामुदायिक पार्क में किया जा रहा है। |
प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन लिखिए (3)
(i) आपके विद्यालय के विद्यार्थियों ने ‘पड़ोस के बच्चों’ के साथ मिलकर कुछ फूलों के गमले तैयार किए हैं, जिन्हें बेचकर बच्चों के लिए पुस्तकें एवं खेल-खिलौनों की व्यवस्था की जाएगी। गमलों की बिक्री के लिए विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तर:
फूलों के गमलों की बिक्री-एक नेक पहल
- उत्तम गुणवत्ता
- उचित मूल्य
- हर गमले के साथ एक छोटा पौधा नि:शुल्क
- 10% विशेष छूट
स्थान विद्यालय परिसर
दिनांक 10 मार्च, 20 XX
समय प्रात: 9 से सायं 6 बजे तक
गमलों की बिक्री से प्राप्त राशि बच्चों के लिए पुस्तकें एवं खेल-खिलौनों की खरीद में उपयोग होगी।
संपर्क करें 900250XXXX
अथवा
(ii) डिजिटली ठगी के बढ़ते अपराधों से जनसाधारण को सावधान रहने हेतु अ.ब.स. संस्थान द्वारा जनहित में जारी एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तर:
सावधान! डिजिटली ठगी से बचें
सावधानी बरतें
- अज्ञात लिंक, कॉल या मैसेज पर अपनी बैंक जानकारी साझा न करें।
- किसी भी संदिग्ध ऐप या वेबसाइट पर अपना ओटीपी या पासवर्ड न डालें।
- सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से पैसों के लेन-देन से बचें।
- ऑफ़र और लॉटरी के नाम पर ठगी से सावधान रहें।
अ. ब. स. संस्थान द्वारा जनहित में जारी
प्रश्न 16.
(i) “आसमान में उड़ती पतंगें ………। स्वतंत्रता दिवस का उत्सव भरा वातावरण, बच्चों की खिलखिलाहट, देशभक्ति से सराबोर ………..” इन वाक्यों से प्रारंभ हुई लघुकथा को 100 शब्दों में पूरा कीजिए। (5)
उत्तर:
कहानी-स्वतंत्रता की पतंग
“आसमान में उड़ती पतंगें…! स्वतंत्रता दिवस का उत्सव भरा वातावरण, बच्चों की खिलखिलाहट, देशभक्ति से सराबोर…” हर तरफ तिरंगे झंडे लहरा रहे थे। मैदान में तरह-तरह की पतंगें उड़ रही थीं। बच्चे जोश में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। नीलू भी अपनी पतंग लेकर आया था। उसने एक सुंदर तिरंगे रंग की पतंग उड़ाई, लेकिन तभी एक बड़ी कटी पतंग उसके पास आकर गिर गई। उस पतंग पर किसी ने लिखा था-“शिक्षा ही सच्ची आज़ादी है!” यह पढ़ते ही नीलू सोच में पड़ गया।
उसने अपनी माँ से पूछा, “माँ! इसका क्या मतलब है?” माँ ने मुस्कुराकर कहा, “बेटा, असली आज़ादी तभी मिलेगी, जब हर बच्चा पढ़-लिख सकेगा।” नीलू को याद आया कि उसकी बस्ती में रहने वाला छोटू स्कूल नहीं जाता। उसने तय किया कि वह छोटू को पढ़ने में मदद करेगा।
अगले दिन से नीलू अपने दोस्तों के साथ छोटू और उसके जैसे अन्य बच्चों को पड़ाने लगा। अब प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर वे केवल पतंग ही नहीं उड़ाते, बल्कि शिक्षा का संदेश भी फैलाते हैं। नीलू को अब समझ आ चुका था कि “सच्ची आज़ादी केवल पतंगों के उड़ने में नहीं, बल्कि हर व्यक्ति को शिक्षा और ज्ञान का अवसर मिलने में है!”
अथवा
(ii) बरसात के मौसम में मच्छों के बढ़ते प्रकोप के कारण अपने क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते मरीजों की संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी को लगभग 80 शब्दों में ई-मेल लिखिए।
उत्तर:
To- XYZ@gmail.com CC…… BCC…… विषय डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप पर शीघ्र कार्रवाई हेतु अनुरोध। माननीय स्वास्थ्य अधिकारी महोदया, मैं रजत कुमार शर्मा, आलमबाग, लखनऊ का निवासी हूँ। हमारे क्षेत्र में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे नागरिकों में भय व्याप्त है। बरसात के कारण जगह-जगह जलभराव हो गया है, जिससे मच्छरों का प्रकोप और अधिक बढ़ रहा है। कृपया हमारे क्षेत्र में तुरंत फॉगिंग, कीटनाशक छिड़काव तथा सफाई अभियान की व्यवस्था करवाई जाए, ताकि इस गंभीर समस्या से निपटा जा सके। आपकी त्वरित कार्रवाई से कई लोगों की जान बच सकती है। सधन्यवाद। भवदीय रजत कुमार शर्मा |
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